सिर दर्द और आँखों में दर्द के कारण क्या है और इसे रोकने के उपाय

सिर दर्द और आँखों में दर्द के कारण क्या है और इसे रोकने के उपाय

सिर दर्द और आँखों में दर्द के कारण क्या है और इसे रोकने के उपाय

Hey दोस्तों स्वागत है आपका wehindi.net ब्लॉग में आज कल सिर में हेलो दोस्तों स्वागत है आपका हिंदी ब्लॉग में आज हम इस पोस्ट में जानेंगे कि आखिर सिर में दर्द क्यों होता है और आंखों में दर्द का कारण क्या है तो आप इस लेख को अंतर पड़े ताकि आपको हर जानकारी समझ में आए

सिर दर्द और आँखों में दर्द के कारण क्या है?

सिरदर्द एक कॉमन समझ से जो कि लक्षण है यह एक बीमारी का हमें इसे इग्नोर नहीं करना चाहिए क्योंकि यह एक छोटी बीमारी से कोई बड़ी बीमारी भी हो सकती है जैसे कि ब्रेन ट्यूमर इसलिए हमें सर दर्द को इग्नोर नहीं करना चाहिए इसका कारण हमारे ब्रेन से जुड़ा साइलो एसएसएस भी हो सकता है या फिर हमारी आंखें भी हो सकती है। आंखों में कोई चश्मा है या किसी चश्मे का नंबर है जिससे हमेशा ही दर्द होता है ए क्लस्टर हेड एक उसकी वजह से भी सिरदर्द हो सकता है या फिर सिर में कोई चोट लगने से भी हो सकता है या फिर आपको बहुत ज्यादा (Stress) टेंशन या आपका ब्लड प्रेशर की वजह से भी headache हो सकता हैंi या आपको कोई शारीरिक कमजोरी है बहुत सारे चीज़े है जिसकी वजह से आपको सिर दर्द हो सकता है।

हमें कभी-कभी ऐसा लगता है की मेडिकल से हम दवाई तो खरीद लेते लेकिन उससे कुछ समय के लिए हमारा सिर दर्द रुक जाता है लेकिन यह बहुत बड़ी परेशानी हो सकती है यह बीमारी ब्रेन ट्यूमर या फिर माइग्रेन का कारण भी हो सकती है इसलिए आप डॉक्टर की सलाह जरूर ले और डॉक्टर से अपना चेकअप कराएं। आप चेकिंग करके यह सुनिश्चित करले यह प्रॉब्लम किस वजह से या यह आंखों से जुड़े या कोई बड़ी परेशानी है या हमारी आंखों में सूखापन की वजह से सिर दर्द होता है। तो आपको डॉक्टर की सलाह जरूर लेनी है और आजकल होता यह है कि हमारे पास ज्यादा समय नहीं रहता कि हम डॉक्टर के पास जाए को चेकअप कराएं इसलिए हम मेडिकल पर जाते हैं और टेबलेट खरीदते हैं या फिर हम कोई ऐसी चीज का दे जिससे हमारा सर दर्द रुक जाए और हम अपने काम पर चले जाते आपको लग रहा होगा आपको लग रहा होगा यह बहुत छोटी चीज है लेकिन जो छोटी चीजें वही बड़ी परेशानी लाते हैं इसलिए आप अपना चेकअप जरूर कराएं जिससे कि आपको यह समझ में आएगी यह प्रॉब्लम आखिर क्यों हो रही है और इसका मुख्य कारण क्या है।

किन लोगों को माइग्रेन होने की संभावना होती है?

माइग्रेन यह टाइप वन पर्सनैलिटी को होता है जोकि बहुत ज्यादा सोच विचार करते है अपने भविष्य से लेकर काफी बिजी रहते हे काफ़ी मल्टीटास्किंग करते हैं वह नाही ठीक से खाना खाते और ना ही ठीक से सो पाते या उनकी लाइफस्टाइल बिगड़ जाती है इसलिए उनको माइग्रेन की समस्या होती है।

आंखों के पीछे सिर दर्द का दर्द क्यों होता है?

डॉ सुनीता राणा जो कि अग्रवाल हॉस्पिटल से यह एक आई सर्जन चलिए जानते आंखों के पीछे का दर्द का क्या कारण है जब भी हमें हेडेक होता है इसके पीछे कोई कारण होता जब हम अपने पूरे शरीर को देखते हैं सबसे ज्यादा नसे हमारे आंखों के ऊपर है उसको हम कॉर्नर कॉर्नर नर्स के दे कहते हैं यह क्यों अभी क्यों की कोई हवा का झोंका आया तो हम हमारी आंखों को बंद कर लेते हैं जोकि हमारे आंखों को हम डिफेंस कर सके और यही चीज आज की दुनिया में reflect kar rahe hai hai ise as a a dryness जिसे हम हिंदी में सूखापन के दे कहते हे अब ड्राइनेस में नसे बहुत irritate हो जाती है आंखों में पानी नहीं है नामी नहीं है ऐसा समझे जैसे कि आपके हाथ में नवी नहीं है तो आप अपने हाथ हाथ को पानी के आधे बकेट में नहीं डाल सकते पानी नहीं जाएगा हमारे हाथ में लेकिन हम क्रीम डालेंगे तो हवा का जो पानी है वह क्रीम में जाएगा और क्रीम का पानी आपके हाथ में चाहेगा जाएगा तब हमारे हाथ सपल हो जाएंगे यही एक मैकेनिज्म है आंख के लिए भी हमारे आंख में एक पियर फिल्म है वो टियर फिल्म को हमें increase करनी हैं अगर यह हम इनक्रीस कर पाएंगे तभी हमको यह किचपन लगता हैं पूलिंग लगती है वह हम कम कर पाएंगे यह जो पुलिंग होती है वह Reflect करती हैं Headache पे क्योंकि हमारी जो आंखों के उपर की नसे होती है वह excited हो जाती है जिससे हमे सिरदर्द की समस्या होती है एक और Headache होता है जिसे हम cluster headache कहते है stress related headache कहते है Stress किसी भी कारण से आ सकता है इमोशनल, सोशल या फाइनेशियल कोई भी तकलीफ से आता हैं तब headache आपको पिछे से होता है यह भी आंखो में reflect करता है क्योंकि नसे सारी एक ही कनेक्शन में आ जाती है के लिए इसके लिए हमें क्या करना है पहले हमें आंखों को नमी देनी है उसके लिए हमें नाइट क्रीम को इस्तेमाल करना है और आर्टिफिशियल पीयर्स टियर्स भी आप मेडिकल से खरीद सकते आर्टिफिशियल टियर्स का ड्रॉप आप आंखों में डालें और एक मल्टीविटामिंस की गोली लीजिए और यह भी हो सकता है कि आपको कोई विटामिन की कमी से भी आंखों में दर्द की समस्या आ सकती है एक बहुत महत्वपूर्ण पॉइंट है कि आप एक चश्मा स्मॉल कीजिए भले ही आपको चश्मा ना लगाओ लेकिन यह चश्मा आप समझिए एक टेक्नोलॉजी ग्लास जब भी आप कंप्यूटर के सामने बैठे टीवी के सामने बैठे या अपने मोबाइल पर काम करें तब आप यह चश्मा पहनिए इस चश्मे में एंटी रिफ्लेक्टिंग कोटिंग होनी चाहिए इसके जरिए जो भी वेव्स इन मशीनों से आ रही है वह थोड़ी थोड़ी कम हो जाएंगी।

अब एक और जरिया है हमे को ट्रीट करने का जरिया हैं उसको बोलते है lacrimal cilicon plug यह प्लग आता है अमेरिका से जो कि पेटेंट हुआ है जो कि एक छोटी सा किनाल है जोकि हमारे आंखों का पानी नाक तक ले जाता है यह हम इस canel में डालकर बंद कर देते हैं तो अब जो भी पानी आपके आंख में बन रहा है वह थोड़े समय तक आपकी आंखों पर रहेगा इस वजह से आपकी याद में टियर इंटीग्रिटी रहेगी अब हम इसके साथ ऐड करेंगे जीन थेरेपी जहां पर हम आपका एक बूंद आपके हाथ से खुलेंगे और आंख की स्किन पर इंजेक्शन देंगे आपके जो म्यूकर प्लेयर्स होते हैं वह अच्छे हो जाएंगे और आपके आंखों पर इयर्स टियर्स बनने लगेंगे

What is migrane? माइग्रेन क्या है? आंखों और सिर में दर्द क्यों होता है?

माइग्रेन एक प्रकार का न्यूरोवेस्कुलर विकार (Neurovascular Disorder) है जिसमें सिर में रुक रुक कर दर्द होता है। माइग्रेन के समय दिमाग में रक्त का संचार बढ़ जाता है जिससे व्यक्ति को तेज दर्द होने लगता है।

माइग्रेन सेरेब्रल कॉर्टेक्स (Cerebral Cortex) की बढ़ी हुई उत्तेजना तथा बेनस्टेम (Brainstem) के ट्राइगेमिनल न्यूक्लियस (Trigeminal Nucleus) में दर्द के न्यूरॉन्स (Pain Neurons) के असामान्य नियंत्रण से संबंधित है।

कहां होता है माइग्रेन का दर्द?

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माइग्रेन का दर्द आमतौर पर सिर के एक सिरे से, बीचों बीच या पीछे की तरफ से उठता है जो 2 से लेकर 72 घंटों तक बना रहता है। कभी यह रह रहकर कई हफ्तों या महीनों तक, या फिर सों तक खास अंतराल में उठता है। यह बार-बार हथौड़ों की लगातार चोट का एहसास कराता है।

महिलाओं में माईग्रेन की समस्या, पुरुषों की अपेक्षा ज्यादा होती है। माइग्रेन का अटैक किसी भी उम्र में हो सकता है

माइग्रेन होने के कारण?

जो लोग दिन-रात काम में लगे रहते है या पढ़ते रहते है, उन्हें माइग्रेन की समस्या सबसे ज्यादा होती है माइग्रेन का दर्द, तापमान बढ़ने, अधिक नमी वाले स्थानों पर ज्यादा जल्दी होता है।

हाल ही में हुए कई अध्ययनों में पता चला है कि ग कैफीन की ज्यादा मात्रा लेते है उन्हें भी माइग्रेन की समस्या हो सकती है।

लम्बे समय तक तेज म्यूजिक सुनने से भी माइग्रेन का अटैक पड़ जाता है जिससे उठने वाला दर्द 72 घंटे तक होता है।

एक दिन में नौ घंटे से ज्यादा नींद लेने पर भी माइग्रेन की समस्या हो सकती है।

माइग्रेन दूर करने के उपाय – सिरदर्द दूर करने के लिए घरेलू उपाय

सिर पर आइस पैक रखें। आइस पैक मस्तिष्क में रक्त के प्रवाह को नियंत्रित करने में मदद करता है और दर्द को कम कर देता है। प्रभावित क्षेत्र, कनपटी और गर्दन पर प्रभावी राहत के लिए आइस पैक को धीरे-धीरे रगड़ें।

माइग्रेन में अगर सिर, गर्दन और कंधों की मालिश की जाए तो यह दर्द से राहत दिलाने में बहुत मददगार साबित होता है। इसके लिए हल्की खुशबू वाले तेल का प्रयोग किया जा सकता है।

सेक्स से फायदा

माइग्रेन या कलस्टर सिरदर्द अटैक के दौरान लोग अक्सर सेक्स करने से बचते हैं लेकिन हालिया अध्ययन में जर्मनी के शोधकर्ताओं ने पाया कि माइग्रेन से पीड़ित 60 फीसदी और कलस्टर सिरदर्द (सिर के एक तरफ दर्द) से पीड़ित 37 फीसदी लोगों ने स्वीकार किया कि दर्द से राहत पाने में सेक्स ने उनकी दद की है। यह अध्ययन ‘सिफाल्जिया’ नामक पत्रिका में प्रकाशित हुआ है

माइग्रेन के लिए घरेलू उपचार सिर का भारीपन कैसे दूर करे ?

माइग्रेन भी एक तरह का सिर दर्द है जो कि सिर के किसी एक हिस्से में बहुत तेजी से होता है। व्यक्ति को सिर दर्द होने पर कई बार उल्टी करने जैसा भी महसूस होता है। इस तरह के सिर दर्द में आंखे लाल हो जाती हैं कई बार सूज भी जाती हैं। लेकिन चिंता की बात नहीं है क्योंकि माइग्रेन के लिए बहुत से घरेलू नुस्खे मौजूद हैं जो कि माइग्रेन से दर्द से राहत देने में कारगर हैं। आइए जानते हैं ऐसे ही घरेलू उत्पादों और उनके प्रभावों के बारे में

लैवेंडर ऑयल (Lavender Oil)

लैवेंडर ऑयल सामान्य सिर दर्द और माइग्रेन दर्द के लिए एक उपयोगी घरेलू उपाय है। लैवेंडर तेल की खुशबू माइग्रेन में बेहद प्रभावी होती है। गर्म पानी में कुछ बूंदे लैवेंडर ऑयल की डालकर उसे सूंघने से बेहद आराम मिलता है।

पेपरमिंट तेल (Peppermint Oil)

पुदीना सिर के तनाव को कम करने में माहिर औषधि है। इसके तेल की तेज महक शरीर में रक्त प्रवाह को नियंत्रित करती है। माइग्रेन या सामान्य सिर दर्द भी अक्सर रक्त प्रवाह के ज्यादा होने से होता है ऐसे में पेपरमिंट ऑयल रक्त प्रवाह को कम करके सिर दर्द को ठीक करता है। इस तेल की हल्की मात्रा डायरेक्ट माथे पर लगा सकते हैं। दा न लगाएं अन्यथा जलन भी महसूस हो सकती है।

तुलसी का तेल (Basil or Tulsi)

. तुलसी के प्राकृतिक गुणों को सभी जानते हैं लकिन आपको बता दें कि तुलसी माइग्रेन में भी बेहद प्रभावी है। तुलसी के तेल का इस्तेमाल माइग्रेन के दर्द में काफी आराम देता है। तुलसी का तेल मांसपेशियों को आराम देता है जिससे सिर का तनाव कम होता है और दर्द से राहत मिलती है। MED FREELANCER

आहार (Diet)

माइग्रेन के दर्द से प्रभावित लोगों को साधारण मक्खन की जगह पीनट बटर यानि मूंगफली से बना मक्खन इस्तेमाल करना चाहिए। केला और खट्टे फल आदि का इस्तेमाल करना चाहिए।

कई लोगों को तेज माइग्रेन के दर्द में कॉफी पीने से भी तुरंत राहत हो जाती है। कॉफी में मौजूद कैफीन माइग्रेन ट्टिगर की तरह काम क एडेनोसाइन के प्रभाव को कम कर देता है।

अदरक (Ginger)

अदरक सिरदर्द दौरान जी मिचलाने और उल्टी की अनुभूति होने वाले लक्षणों से राहत देता है। इसके साथ ही अदरक से सूजन और दर्द भी कम होते हैं। अदरक में मौजूद एंटी फ्लेमेबल गुण पेरशानी पैदा में करने वाले लक्षणों को रोकते हैं। अदरक के छोटे से टुकड़े को धोकर, छीलकर उसे पानी में उबालकर, ठंडा कर लें। इस पानी में शहद और नींबू की कुछ बूंदें मिलाकर पीने से बेहद लाभ मिलता है।

धनिया (Coriander or Dhania)

धनिया खाने को पचाने और स्वादिष्ट बनाने के लिए बेहरीन मसाले के रूप में जाना जाता है, लेकिन प्राचीन काल से धनिये का प्रयोग माइग्रेन और सिर दर्द की दवा के रूप में भी किया जाता है। धनिया के बीजों से तैयार की गई चाय माइग्रेन में बेहद लाभकारी है। धनिया के कुछ बीजों को गर्म पानी में 10 मिनट उबालें, उसके बाद इसमें स्वादानुसार चीनी मिलाकर पिएं। धनिया वाली चाय माइग्रेन के दर्द के साथ-साथ सामान्य सिर दर्द में भी लाभकारी है।

सिर की मालिश (Oil Massage)

सिर के दर्द को कम करने के लिए मालिश भी एक बहुत प्रभावी तरीका है। एक्सपर्ट्स की मानें तो सिर के पीछे के हिस्से की मालिश करने से माइग्रेन से बहुत राहत मिलती है। इसके साथ ही हाथ पैरों की मालिश भी की जानी चाहिए।

माइग्रेन के लिए योगासिरदर्द दूर करने के लिए योगा

प्रतिदिन सुबह के समय कुछ देर तक सीधे बैठकर धीरे-धीरे गहरी साँस लें और छोड़े, ऐसा करने से माइग्रेन से निपटने में आसानी होती है। इस प्रक्रिया से शरीर का तनाव भी कम होता है और आप तरोताजा महसूस करते है।

अनुलोम-विलोम आसन पद्मासन या सुखासन की अवस्था में किया जा सकता है। इसके बाद अपने दायें हाथ के अंगूठे से नाक के दाये छिद्र को बंद करें और बायें नाक के छिद्र से अंदर साँस खीचें| फिर बायें छिद्र को अंगूठे के पास वाली दो उंगलियो की मदद से बंद करें तथा दायें छिद्र से अंगूठे हटाकर साँस को बहार निकले। अब एहि प्रक्रिया बायें नाक के छिद्र के साथ दोहराये। प्रतिदिन यह प्राणायाम 10 से 15 मिनट तक करें।

Conclusion – दोस्तों आशा करते है आपको सिर दर्द और आँखों में दर्द के कारण यह लेख से आपकी problem solve हुई होगी अगर आपको यह helpful लगा हों तो इसे जरूर शेयर करें।

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